रुड़की: दुर्गा कालोनी में मधमुक्खियों के काटने से एक पूर्व सैनिक की मौत हो गई, जबकि दो घायल गए। घायलों को सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया। दोनों की हालत ठीक है। इनके अलावा तीन बच्चों को भी मधुमक्खियों के काटे जाने की जानकारी सामने आ रही है, हालांकि अभी उनका कुछ पता नहीं चल सका है।
इधर, कालोनी में रेलवे फाटक के समीप जाने वाले मार्ग पर आवागमन बंद दिया गया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। मधुमक्खियों के आक्रामक होने की वजह शहद के लिए चील द्वारा छत्ते में चोंच मारे जाने को माना जा रहा है। वहीं, करीब एक माह पहले मसूरी में जंगल में गाय चराने गए पिता-पुत्र पर ततैयों ने हमला कर दिया दिया था। ततैयों के काटने से पिता-पुत्र की मौत हो गई थी।
कोतवाली सिविललाइंस के ढंडेरा नगर पंचायत के दुर्गा कालोनी में कई ब्लाक हैं। गुरुवार को पूर्व सैनिक सतीश चंद्र खंतवाल यहां ब्लाक में घूमने जा रहे थे। जब वह थोड़ा आगे पहुंचे तो उन पर मधुक्खियों ने हमला कर दिया। लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही वह अचेत होकर गिर गए। उनको सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इसी तरह जब गोकुल सिंह बिष्ट व एक अन्य वहां से गुजर रहे थे तो मधुमक्खियों ने उन पर भी हमला कर दिया। घायल होने पर दोनों को रुड़की के सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया। अब दोनों की तबीयत ठीक है। उधर, दुर्गा कालोनी समिति के अध्यक्ष प्रेम सिंह चौहान ने बताया कि तीन बच्चों को भी मधुमक्खियों के काटने की जानकारी मिली है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है।
उन्होंने बताया कि इस मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से बंद कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। उधर, वन विभाग मधुमक्खियों के हमले से अनभिज्ञता जता रहा है। तहसीलदार विकास अवस्थी ने बताया कि इस संबंध में लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
छत्ते के पास दिखा था चील का झुंड
रुड़की: प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जिस जगह मधुमक्खियों का छत्ता लगा हुआ है, उसके पास चील का एक झुंड था। ऐसे में माना जा रहा है कि किसी चील ने शहद के लिए छत्ते में चोंच मारी होगी, जिसकी वजह से वह आक्रामक हो गई हैं और लगातार हमला कर रही हैं।
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